तुम हो सदा प्यारी - प्यारी,
मेरी नन्ही फुलवारी।
तुझे देखकर मैं हंसती,
खिलती कली ह्रदय में खिलती।
सदा तू खुश रहे, दिल से दुआ निकलती,
घर मेरा तेरी किलकारी से गूंजे।
तूं ना चहके तो उदास मन मेरा,
चले आंगन में जब पग तेरा।
घर महके सुबह- शाम मेरा,
बाहर जब तू चली जाये।
चारों और सन्नाटा छा जाए,
घर के भीतर जब तू आये।
सब और उजियारा छा जाए,
सबको करे तू दुलार, रखे सबका ख्याल।
अपना रखे नही तू ध्यान,
करे सबको खुशहाल।
बाप को कहे राजा,
भैया को शहजादा।
पुकारे अम्मा को रानी,
छोटी बहन को राजरानी ।
अपने को भूला दे,
अपने भी भूलाए ।
कैसी ये भूल - भूलैया,
फिर भी ये दुनिया।
बेटी को माने अभागन।
दुआ मेरी तुझको,
महके सदा तेरा घर- आंगन।
सुनीला देवी
स्टाफ - हिन्दी शिक्षिका