हिन्दी
एकता की जान है,
हिन्दी देश की शान है,
हिन्दी से हिन्दुस्तान है,
तभी तो यह देश महान है,
निज भाषा की उन्नति के लिए,
अपना सबकुछ कुर्बान है,
करें हिन्दी का मान,
तभी बढ़ेगी देश की शान
विद्यार्थी
सुनील प्रजापत
कक्षा :- 8